विधायक राय की पहल लाई रंग: रेसई परियोजना से सीहोर को अगले सीजन में मिलेगा सिंचाई का पानी

सीहोर। जिले के किसानों के लिए राहत भरी खबर है। भले ही करोड़ों की लागत वाली रेसई सिंचाई परियोजना का काम कोविड और अन्य कारणों से विलंबित हुआ हो, लेकिन स्थानीय विधायक सुदेश राय की निरंतर निगरानी और प्रयासों के चलते सीहोर जिले के किसान अब निराशा से बाहर निकल रहे हैं। जहां परियोजना का काम राजगढ़ जिले में अभी भी अधूरा है, वहीं सीहोर क्षेत्र में अंडरग्राउंड नहरों का जाल बिछाने का कार्य काफी हद तक पूरा कर लिया गया है, जिससे अगले सिंचाई सीजन में जिले के हजारों किसानों को नियमित पानी मिलने की उम्मीद जगी है।
बता दें लगभग 1815 करोड़ की लागत वाली यह परियोजना पार्वती नदी पर बनी है, जिसका लक्ष्य राजगढ़, सीहोर और भोपाल के कुल 139 गांवों की 45 हजार हेक्टेयर भूमि को सिंचित करना है। विधायक सुदेश राय ने इस प्रोजेक्ट की धीमी गति पर शुरू से ही चिंता व्यक्त की थी और संबंधित अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें कर काम में तेजी लाने पर जोर दिया। इसी का परिणाम है कि जिले की श्यामपुर तहसील के 7 गांव और भोपाल की बैरसिया तहसील के 18 गांवों को पानी पहुंचाने वाली अंडरग्राउंड नहरें लगभग बिछ चुकी हैं। सीहोर क्षेत्र का पंप हाउस बनकर तैयार है, जिसमें जल्द ही मशीनें लगनी हैं और कनेक्शन किए जाने हैं।
अगले सीजन में पानी शुरू करने का लक्ष्य
एसडीओ डब्ल्यूआरडी आकाश जैन ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया पार्वती नदी पर रेसई सिंचाई परियोजना के तहत बांध बनने के साथ ही अंडरग्राउंड लाइन बैरसिया तक बिछाई जा चुकी है। पंप हाउस बनकर तैयार है, जिसमें मशीन लगने के साथ ही कनेक्शन किए जाने हैं। इस बार दो मीटर पानी रोका गया है, जिससे फरवरी 2026 में टेस्टिंग करेंगे। इसके बाद अगले सीजन 2026-27 में सीहोर के 7 और बैरसिया के 18 गांवों को सिंचाई के लिए रेगुलर पानी दिया जाएगा।
विधायक राय ने किसानों को दिलाया भरोसा
विधायक सुदेश राय ने कहा कि यह परियोजना सीहोर के किसानों के लिए जीवनरेखा है। उन्होंने कहा पिछले दो वर्षों में मैंने हर मंच पर इस परियोजना के काम को गति देने की मांग की है। यह संतोष का विषय है कि राजगढ़ की तुलना में सीहोर जिले में काम पूरा होने की कगार पर है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि अगले रबी सीजन में हमारे किसानों को हर हाल में सिंचाई के लिए पानी मिले। जनता के धन की बर्बादी नहीं होने दी जाएगी और प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द क्रियान्वित किया जाएगा।