सीहोर। पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिस तरह से प्रदेश की बेटियों के लिए मामा बन कर कन्या दान योजना सहित कई योजनाएं शुरू की थी उसी तरह भोपाल दुग्ध संघ ने भी समिति से जुड़े हुए लोगों के लिए भोपाल दुग्ध संघ ने मायरा (भात) योजना मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर शुरू की है। इस योजना के तहत दुग्ध संघ से जुड़े परिवारों के यहां होने वाले विवाह आयोजनों में दुग्ध संघ के अधिकारी और सदस्य शामिल होकर मामा का फर्ज निभाते हुए विवाह के एक दिन पूर्व मायरा (भात) परंपरा को निभा रहे है।
इसी के तहत गुरुवार को सहकारी दुग्ध समिति के ग्राम कचनारिया निवासी किसान कैलाश बरेठा की पुत्री निकिता बरेठा के विवाह मंडप कार्यक्रम में भोपाल दुग्ध संघ के पदाधिकारी और समिति के सदस्य शामिल हुए। जहां पर समिति के जिला नोडल अधिकारी कृपाल सिंह दुगरिया, पर्यवेक्षक मूलचंद वर्मा, पर्यवेक्षक पंकज गौर, गोविंद शर्मा, मुंगावली समिति के सचिव जगदीश वर्मा, धनखेडी समिति सचिव मनोहर वर्मा, दुग्ध समिति कचनारिया के अध्यक्ष दिनेश राठौर, सचिव मुकेश कुमार बरेठा मामा के रूप मे भांजी कि शादी में उपस्थित हुए। मायरा योजना के तहत परंपरा निभाते हुए 11000 रुपए की नगद राशि, मायरा, फल माला और मिठाई, वस्त्र भेट कर रस्म निभाई। इस दौरान जिला नोडल अधिकारी कृपाल सिंह दुगरिया ने वैवाहिक जीवन मंगलमय होने की शुभकामनाएं देते हुए कहा दुग्ध संघ हमेशा अपने सदस्यों को उच्चतम क्रय दर के साथ, उनके दुख व सुख में हमेशा साथ खड़े होने की भावना से सदस्य सहायता योजना, और सांची भात मायरा योजना का लाभ अपने सदस्यों को पहुंचा रहा हैं। कहा कि हमारी बेटियों के परिवार का सांची दुग्ध संघ से जनम-जनम का नाता भी जुड़ जाता है। सांची मायरा हमारी बेटियों के लिए उपहार नहीं है बल्कि सांची से हमारा और हमारी बेटियों के परिवार को भी जोड़ने वाला एक अटूट बंधन है। सांची भात मायरा योजना का लाभ प्राप्त करने पर ग्राम कचनारिया के किसान कैलाश बरेठा और पारिवारिक सदस्यों ने भोपाल दुग्ध संघ के अधिकारियों और सदस्यों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में दुग्ध संघ से जुड़े किसान और ग्रामीण उपस्थित थे।


