सीहोर। कोठरी स्थित प्रतिष्ठित वीआईटी कॉलेज में बीती रात विरोध-प्रदर्शन और तोडफ़ोड़ के बाद कॉलेज प्रबंधन द्वारा 30 नवंबर तक अचानक अवकाश घोषित करने के निर्णय पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती ने कड़ी आपत्ति जताई है। बुधवार को वीआईटी पहुंचे कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने प्रबंधन से साफ कहा कि अचानक की गई इस छुट्टी से दूर दराज की छात्राएं भारी परेशानी का सामना कर रही हैं, क्योंकि उन्हें घर जाने के लिए पर्याप्त बस या अन्य साधन नहीं मिल पा रहे हैं।
बता दें बीती रात कथित तौर पर घटिया पेयजल और भोजन की गुणवत्ता को लेकर कॉलेज के लगभग 4000 छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा। छात्रों का आरोप है कि खराब भोजन और पानी के कारण कई विद्यार्थी पीलिया से पीडि़त हो गए हैं। सूत्रों के मुताबिक पीलिया से पीडि़त कुछ छात्रों को चुपचाप भोपाल के चिरायु अस्पताल में भी भर्ती कराया गया था। छात्रों ने हॉस्टल स्टाफ पर अनुचित व्यवहार और मारपीट का भी आरोप लगाया।
आगजनी और तोडफ़ोड़
छात्रों का यह विरोध जल्द ही हिंसक हो गया, जिसमें परिसर में भारी नुकसान पहुंचाया गया। आक्रोशित छात्रों ने एक बसए दो चार पहिया वाहन, एक एम्बुलेंस, हॉस्टल की खिड़कियों के शीशे, एक आरओ प्लांट सहित परिसर के कई हिस्सों को नुकसान पहुंचाया और आगजनी की।
पुलिस-प्रशासन ने संभाला मोर्चा
घटना की सूचना मिलते ही अनुविभागीय अधिकारी, एसडीओपी आष्टा और विभिन्न थानों से भारी पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुंचा। आष्टा एसडीओपी आकाश अमलकर ने छात्रों से विस्तृत चर्चा की, उनके मुद्दे सुने और समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया। वर्तमान में कॉलेज और हॉस्टल परिसर में स्थिति पूर्णत: सामान्य और नियंत्रण में है और परिसर में पर्याप्त पुलिस बल तैनात है।
संयुक्त बैठक आयोजित, प्रबंधन ने दी सफाई
इधर कॉलेज प्रबंधन ने 30 नवंबर तक अवकाश घोषित कर दिया है, जिसके बाद छात्र अपने घरों के लिए रवाना हो रहे हैं। आज छात्रों और कॉलेज प्रबंधन के बीच एक संयुक्त बैठक भी हुई, जिसमें एसडीएम और एसडीओपी आष्टा ने सभी हॉस्टल के बच्चों से उनकी समस्याओं के आवेदन लिए और बीमार बच्चों की जानकारी दर्ज की।
वहीं वीआईटी के रजिस्ट्रार केके नायर ने एक वीडियो जारी कर कुछ मीडिया रिपोट्र्स में छात्रों की मृत्यु की बात को बेबुनियाद बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि कुछ छात्राओं में जॉन्डिस पीलिया के लक्षण मिले थे, जिनका इलाज कराया गया है और उनकी हालत में सुधार है। उन्होंने भ्रामक जानकारी न फैलाने का अनुरोध किया।


