सीहोर। जिला मुख्यालय सीहोर में आज एक अनोखा विरोध प्रदर्शन देखने को मिला, जब ब्रिज कार्पोरेशन और रेल्वे विभाग द्वारा हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी रेल्वे क्रासिंग पर बनाए जा रहे रेलवे ओवर ब्रिज के निर्माण में कथित अनियमितताओं और अनदेखी के विरोध में क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिक पहली बार धरने पर बैठ गए।
बुधवार को सुबह 10 बजे निर्माणाधीन ओवर ब्रिज के पास वरिष्ठ नागरिकों और स्थानीय निवासियों ने अपनी मांगों को लेकर एक एक दिवसीय सांकेतिक धरना दे रहे हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि ब्रिज निर्माण कार्य के कारण कई तरह की अनियमित्ताएं की जा रही हैं, जिनकी शिकायतें ज्ञापन के माध्यम से शासन-प्रशासन को दी जा चुकी हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इस ब्रिज निर्माण से लगभग पांच हजार लोग प्रभावित हैं, जिनमें पं. दीनदयाल नगर, श्यामाप्रसाद मुखर्जी नगर, कृष्णा नगर, संतोष नगर, हाऊसिंगबोर्ड कॉलोनी फेस.2 बस्ती और शांति बिहार जैसी कॉलोनियों के निवासी शामिल हैं।
निवासियों के मुख्य आरोप
धरना प्रदर्शन में बैठे वरिष्ठ नागरिकों का कहना है कि मध्य प्रदेश गृह निर्माण मण्डल द्वारा बनाया गया हाऊसिंगबोर्ड कॉलोनी का मुख्य मार्ग निर्माण एजेंसी द्वारा पूरी तरह बंद कर दिया गया है। आरोप है कि ब्रिज से दोनों तरफ सर्विस रोड नहीं दी गई है। इसके बजाय केवल एक तरफ से चढऩे और उतरने का मार्ग बनाया गया है।
बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर खतरा
विरोध कर रहे वरिष्ठ नागरिकों ने यह भी बताया कि इस ब्रिज के पास शहर के पांच बड़े स्कूल स्थित हैं, जहां हजारों बच्चे प्रतिदिन आते जाते हैं। ब्रिज को सर्पाकार मोड़ दिया गया है। पैदल चलने वालों के लिए कोई सीढ़ी मार्ग भी नहीं है। इससे बच्चों और पैदल यात्रियों की सुरक्षा पर गंभीर प्रश्न खड़े हो रहे हैं। वरिष्ठ नागरिकों और क्षेत्रीय लोगों द्वारा मुख्य रूप से ब्रिज के दोनों तरफ सर्विस रोड के निर्माण की मांग को लेकर यह सांकेतिक धरना दिया जा रहा है, ताकि क्षेत्र के निवासियों और स्कूली बच्चों को सुरक्षित आवागमन मिल सके।


