सरपंच पर लगे गंभीर आरोप: फर्जी रजिस्ट्री से शासकीय भूमि कब्जाई, गोदाम तोडक़र किया अवैध निर्माण

सीहोर। जिले के खाचरोद ग्राम पंचायत के सरपंच पर लगे गंभीर आरोपों ने मंगलवार को कलेक्टोरेट में हुई जनसुनवाई में हडक़ंप मचा दिया। सरपंच पर न सिर्फ शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा करने और फर्जी रजिस्ट्री कराने का आरोप है, बल्कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और अवैध वसूली करने जैसे मामले भी सामने आए हैं।
मंगलवार को हुई जनसुनवाई में कुल 35 आवेदकों ने अपनी समस्याओं को लेकर आवेदन दिए, लेकिन खाचरोद सरपंच शंकरलाल के खिलाफ की गई शिकायत सबसे अहम रही।
मां के नाम की रजिस्ट्री से बदली किस्मत
शिकायतकर्ता हजारीलाल जाट ने खाचरोद सरपंच शंकरलाल पर भूमि भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा आरोप लगाया है। शिकायत के अनुसार सरपंच ने गांव की शासकीय भूमि खसरा नंबर 920/1, 990/1, 1114 और 934 पर गैरकानूनी तरीके से लोगों को कब्जा दिया है। हैरानी की बात यह है कि सरपंच ने इन शासकीय भूमियों पर कब्जा दिलवाकर जो रजिस्ट्री करवाई है, उसका आधार अपनी मां के नाम पर दर्ज भूमि खसरा नंबर 998/1 को बनाया है। यानी निजी दस्तावेज के आधार पर सरकारी जमीन की बंदरबांट की गई। आरोपों में यह भी कहा गया है कि सरपंच द्वारा एक शासकीय गोदाम (पीडब्ल्यूडी) और यात्री प्रतीक्षालय को भी तोडक़र वहां अवैध निर्माण कर लिया गया है। इतना ही नहीं सरपंच के नाम पर एक गैस एजेंसी है, जिसका गोदाम कथित तौर पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर गलत खसरा नंबर 998 पर दिखाया गया है, जबकि उसका वास्तविक नंबर 999 है।
रेत की ट्रॉलियों से अवैध वसूली का आरोप
भ्रष्टाचार यहीं नहीं रुका। शिकायतकर्ता ने सरपंच पर अवैध वसूली का भी गंभीर आरोप लगाया है। दावा किया गया है कि सरपंच द्वारा रेत की ट्रॉलियों और डंपरों से हर वाहन पर 300 से 500 रुपये की अवैध वसूली की जाती है। यह सीधे तौर पर पद का दुरुपयोग कर खुलेआम वसूली करने का मामला है।