सीहोर। जिला मुख्यालय का शिक्षा विभाग एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। कलेक्टर की जनसुनवाई में एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने अधिकारियों को भी सकते में डाल दिया। शासकीय प्राथमिक शाला इन्द्रा आवास हैदरगंज के शिक्षक शिवनारायण विश्वकर्मा ने विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी दीपा कीर के खिलाफ गंभीर शिकायत दर्ज कराई है।
जनसुनवाई में पहुंचे पूर्व सैनिक शिक्षक शिवनारायण विश्वकर्मा ने कलेक्टर को दिए आवेदन में बताया कि उनके अगस्त माह के चिकित्सा अवकाश का वेतन अब तक नहीं मिला है। इसी की जानकारी लेने वह आकस्मिक अवकाश पर बीईओ कार्यालय गए थे। शिक्षक के अनुसार बीईटो दीपा कीर ने उन्हें कक्ष में बुलाकर अभद्रता की और पूछा कि वह क्यों चक्कर काट रहे हैं। समस्या बताने पर बीईओ ने क्रोध में कहा कि अभी तुमको चांटे मारूंगी और अगस्त माह का वेतन नहीं दिया जाएगा। उन्होंने पेंशन रुकवाने और पुलिस को बुलवाकर जेल भी करवा सकती हूं और कहूंगी की इसने मेरे साथ बदतमीजी से बात की है, कहकर धमकाया।
टेबल पर पटक दिया मोबाइल
विश्वकर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि बीईओ ने उठकर उनके जेब से मोबाइल छीनकर अपनी टेबल पर पटक दिया और उन्हें कक्ष से बाहर कर दिया। 15 मिनट बाद जब उन्हें मोबाइल वापस मिला तो वह बंद था और स्क्रीन टूटी हुई थी। शिक्षक ने बताया कि एक पूर्व सैनिक होने के नाते इस अभद्र व्यवहार से उन्हें काफी आघात पहुंचा है और उन्होंने कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाई है।
बीईओ का पलटवार, शराब पीकर आए शिक्षक ने किया अशोभनीय व्यवहार
दूसरी ओर बीईओ दीपा कीर ने भी कलेक्टर, थाने और वरिष्ठ कार्यालय में शिकायती आवेदन देते हुए शिक्षक के दावों को खारिज किया है। बीईओ का दावा है कि शिक्षक शिवनारायण विश्वकर्मा शाला संचालन के समय स्कूल में ताला लगाकर शराब पीकर कार्यालय आए थे। बीईओ ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने शिक्षक को टोका तो उन्होंने अशोभनीय व अनुचित व्यवहार किया और कहा मैं भूतपूर्व सैनिक हूं आप मेरा क्या कर लोगी। जनशिक्षक की रिपोर्ट ने भी शिक्षक की पदस्थ शाला में ताला लगे होने की पुष्टि की है। बीईओ ने शिक्षक पर कर्तव्य के प्रति लापरवाही और पद की गरिमा धूमिल करने का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है।


