‘नंबर-2’ के दरबार में कुर्सी की जंग! महिला पदाधिकारी के गिरे आंसू

सीहोर। सियासत का दस्तूर बड़ा अजीब है, इसमें केवल और केवल कुर्सी की ही लड़ाई होती है, चाहे वह किसी भी पद की हो या फिर वह कुर्सी दर्शकदीर्घा ही की क्यों न हो। इसी कुर्सी की लड़ाई के चलते आज प्रदेश के नंबर-2 मुखिया के कार्यक्रम को सुर्खियों में ला दिया है।
हुआ यूं कि नंबर-2 मुखिया और जिले के मुखिया के आने से ठीक पहले एक ही विधानसभा क्षेत्र की दो महिला पदाधिकारियों में कुर्सी को लेकर तकरार हो गई। हर कोई आगे की पंक्ति में बैठकर ‘खास’ दिखना चाहता था और इसी अहमियत की लड़ाई में मान-सम्मान की बात इतनी बढ़ गई कि माहौल गर्मा गया। हद तो तब हो गई जब कार्यक्रम खत्म हुआ। इस ‘बहस’ और अपनी अनदेखी से आहत होकर, एक महिला पदाधिकारी के तो आंसू ही निकल आए। हालांकि पार्टी के मुखिया ने उन्हें समझाया।
लेकिन यह मान-सम्मान की बहस अब दबी नहीं है, बल्कि अंदर की बात बनकर बाहर आ चुकी है। सियासी पंडित इस घटना को अच्छा शगुन नहीं मान रहे। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि आखिर इस पार्टी विशेष को यह किसकी नजर लग गई है। कार्यालय में महिला के आंसू गिरना और सम्मान की कमी महसूस होना, पार्टी की एकजुटता पर सवाल खड़े करती है।