सीहोर। जिला पंजीयक कार्यालय में चल रही अनियमितताओं को लेकर सांसद आलोक शर्मा का दावा दमदार नहीं निकला है। 10 दिन पहले मीडिया को दिए अपने बयान में सांसद ने जिला पंजीयक के ड्राइवर रवि सोलंकी पर लगे आरोपों के बीच कहा था कि बीजेपी सरकार में ऐसा नहीं होता और सिर्फ अधिकारी ही काम करता है। उन्होंने कलेक्टर से जांच करवाकर दोषी पाए जाने पर निलंबन की कार्रवाई का आश्वासन भी दिया था, लेकिन मंगलवार 23 सितंबर को रवि सोलंकी फिर से पंजीयक की केबिन में बैठे नजर आए।
सांसद का दावा: बीजेपी की सरकार है, ऐसा नहीं होता
बता दें लगभग पंद्रह दिन पहले जिला पंजीयन कार्यालय में बड़े गड़बड़झाले का खुलासा हुआ था, जब जिला पंजीयक का ड्राइवर उनकी कुर्सी पर बैठकर काम देख रहा था। वेंडरों ने आरोप लगाया था कि वह रजिस्ट्री में हेरफेर करके पैसे वसूलता है। जब इस मामले की जानकारी 10 दिन पहले सीहोर दौरे पर आए सांसद आलोक शर्मा को दी गई तो उन्होंने कहा यह बीजेपी की सरकार है, इसमें ऐसा नहीं होता, जो अधिकारी होता है, उसे ही काम करना पड़ता है। उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने कलेक्टर से जांच की बात कही है और दोष सिद्ध होने पर निलंबन की कार्रवाई करवाई जाएगी।
दावा बेअसर, ड्राइवर फिर से दफ्तर में
सांसद के इस दावे के 10 दिन बाद मंगलवार को रवि सोलंकी एक बार फिर जिला पंजीयक केबिन में बैठे पाए गए। मीडियाकर्मियों को देखते ही वह तुरंत कमरे से बाहर निकल गए, जिससे संदेह और गहरा गया। जब पंजीयक से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कोई भी बयान देने से साफ इनकार कर दिया, उनका कहना था हम बयान नहीं देंगे।


