सीहोर। चुनावी माहौल से दूर इस शांत समय में जब न तो कोई विधानसभा चुनाव सिर पर है और न ही लोकसभा चुनाव, मंगलवार को सीहोर में एक अप्रत्याशित घटना ने सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया। मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजीव कुमार झा ने अचानक जिला कलेक्ट्रेट स्थित ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) वेयरहाउस का निरीक्षण किया। चर्चा इस बात की हो रही है कि आम तौर पर इस तरह के निरीक्षण चुनाव से ठीक पहले या चुनाव प्रक्रिया के दौरान होते हैं, लेकिन इस समय का चुनाव से कोई सीधा संबंध नहीं है।
चुनाव में अभी समय
- विधानसभा चुनाव को अभी सिर्फ दो साल हुए हैं, तीन साल शेष बचे हैं।
- लोकसभा चुनाव में अभी भी चार साल का समय बाकी है।
- निकाय चुनाव भी अगले दो साल तक नहीं हैं।
ऐसे में अचानक हुए इस निरीक्षण ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह सिर्फ एक रूटीन चेक-अप था या इसके पीछे कोई और वजह है।
निरीक्षण में क्या हुआ
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजीव कुमार झा ने वेयरहाउस में ईवीएम मशीनों के रखरखाव, सुरक्षा व्यवस्था और उनके प्रबंधन की बारीकी से जांच की। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी बालागुरू के. और अपर कलेक्टर वृंदावन सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। हालांकि, इसे एक सामान्य प्रक्रिया बताया जा रहा है, लेकिन राजनीतिक पंडितों और आम जनता के बीच यह सवाल घूम रहा है कि क्या यह किसी आगामी राजनीतिक हलचल का संकेत तो नहीं। इस निरीक्षण ने चुनावी बेमौसम में भी राजनीति के मौसम को गर्मा दिया है।


