सीहोर। आयकर विभाग ने श्यामपुर तहसील के खाईखेड़ा गांव निवासी दिहाड़ी मजदूरी को गहरा झटका दे दिया है। दरअसल, मजदूर राकेश सिसोदिया को इनकम टैक्स विभाग ने उसे 25 लाख रुपये का नोटिस थमा दिया। इतना ही नहीं बल्कि, विभाग ने उसका राशन कार्ड भी निरस्त करने का आदेश जारी कर दिया है, जिससे इस गरीब परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है।
राकेश सिसौदिया का कहना है कि न तो उसके पास कोई बड़ा व्यवसाय है और न ही कोई संपत्ति। वह सिर्फ दिहाड़ी मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालता है। उसके परिवार में तीन छोटे बच्चे और पत्नी हैं, जिनका गुजारा सरकारी राशन पर निर्भर है। ऐसे में 25 लाख रुपये का नोटिस आना उसके लिए किसी बुरे सपने जैसा है।
राशन कार्ड निरस्त होने से परिवार पर संकट
राकेश का कहना है कि नोटिस के साथ ही राशन कार्ड निरस्त करने का आदेश भी आ गया है। अगर राशन मिलना बंद हो गया तो उसका परिवार भूख से मर जाएगा। पहले से ही बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी से जूझ रहे इस परिवार के लिए यह स्थिति बेहद मुश्किल भरी है।
फर्जीवाड़े की आशंका
पीडि़त राकेश का आरोप है कि उसके आधार कार्ड और नाम का गलत इस्तेमाल करके चंडीगढ़ और फिरोजाबाद में कुछ फर्जी कंपनियां खोली गई हैं। इसी वजह से इनकम टैक्स विभाग ने यह नोटिस उसे भेजा है। उसने इस मामले की शिकायत अहमदपुर थाने में दर्ज कराई है। टीआई रमन सिंह ठाकुर ने बताया कि शिकायत के बाद जांच शुरू कर दी गई है और जल्द ही इस मामले की सच्चाई सामने आ जाएगी।
ग्रामीणों में आक्रोश
घटना से गांव के लोग गुस्से में हैं। उनका कहना है कि बड़े-बड़े कारोबारी और नेता तो टैक्स चोरी करके बच निकलते हैं, लेकिन एक गरीब मजदूर को झूठे मामले में फंसाकर परेशान किया जा रहा है। उन्होंने मांग की है कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक मजदूर का राशन कार्ड निरस्त न किया जाए और उसे राहत दी जाए।


