SEHORE NEWS : सीहोर। बीते 20 दिनों से फसल बीमा की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों को अब महिला किसानों का साथ भी मिल गया है। बुधवार को खेतों में खड़े होकर किसान प्रदेश सरकार को पुकारते नजर आए। बता दें भोपाल, सीहोर, शाजापुर जिले के अलग-अलग गांव में कहीं नदी में कहीं पेड़ों पर कहीं रोड पर कहीं पानी की टंकी पर प्रदर्शन कर रहे थे। यह आंदोलन किसान व समाजसेवी एमएमएस मेवाड़ा के नेतृत्व में पिछले 20 दिनों से किया जा रहा है जिसको लेकर कलेक्टर सीहोर को भी दर्जनों गांव के किसानों ने ट्रॉली भर कर आकर ज्ञापन भी दिया जा चुका है।
जब प्रशासन शासन ने किसानों की सुनवाई नहीं की, कोई भी अधिकारी बीमा कंपनी के किसानों के बीच में नहीं पहुंचा, खराब सोयाबीन की फसल को देखने नहीं पहुंचा, बीमा राशि नहीं मिली तो अब मैदान में महिलाएं खराब फसल के खेतों में उतर गई हैं। हाथ में खराब फसल लिए हुए नारे लगा रही हैं।
किसानों का बुरा हाल
महिला किसान शिप्रा बाई का कहना है कि 5 साल से बीमा राशि नहीं मिली है। सोयाबीन की फसल बर्बाद हो रही है। खराब फसल को देखकर 2 दिन से मेरे बच्चों ने खाना तक नहीं खाया। बता दें इस दौरान शिप्रा बाई भी खेत में फूट फूटकर रोने लगी।
इस मौके पर गोरा बाई उर्मिला परमार अयोध्या बाई अवंती बाई ने दुखड़ा बताया कि हम किस तरह परेशान हैं। हम महिलाएं 24 घंटा दिन रात खेतों में काम करते हैं छोटे-छोटे बच्चे लेकर खेतों में लेकर दिनभर काम करते रहते हैं। सरकार महिलाओं के लिए क्या कर रही है किस महिलाओं के क्या लाभ दे रही है हमें तो कभी छुट्टी मिलती नहीं है और विभाग में सरकारी काम में महिलाओं को तो छुट्टी मिल जाती है, हम तो डिलीवरी होने के 15 दिन बाद से खेतों में काम करने लग जाती हैं। छोटे-छोटे बच्चों को भी खेतों में ले जाकर काम करती हैं ना तो हमें बीमा राशि मिलती ना किसानों को फसल का सही भाव मिलता है। हम दिन रात मेहनत करती घर का काम भी करती हो सुबह से शाम तक खेतों में भी काम करती हूं हमारे को सरकार द्वारा कोई लाभ नहीं मिल पा रहा।


