सीहोर। जिले के ग्राम चंदेरी से किसानों की ऐसी मार्मिक तस्वीरें सामने आई हैं, जिन्हें देखकर हर किसी का दिल पसीज उठे। प्याज की कीमतें जमीन पर आने के बाद किसान इतने मजबूर हो गए कि उन्होंने भोपाल-बिलकिसगंज हाईवे पर राहगीरों को रोक-रोककर अपनी प्याज मुफ्त में बांटनी शुरू कर दी। ग्रामीण किसानों ने कहा कि फेंकने से अच्छा है कि
किसान और समाजसेवी एमएस मेवाड़ा ने बताया कि मंडी में प्याज मात्र 10 रुपए कट्टी बिक रही हैए यानी 40 पैसे प्रति किलो। इतनी कम कीमत पर भाड़ा भी नहीं निकल पा रहा। किसान की मेहनत, लागत और उम्मीद सब कुछ मिट्टी में मिलती नजर आ रही है।
प्याज फेंकने को मजबूर किसान
किसानों ने बताया कि कई किसान मंडी में प्याज फेंक चुके हैं। किसी ने सडक़ों पर प्याज खाली कर दीए तो किसी ने गांव के बाहर नाले में ढेर लगाकर छोड़ दिया। किसानों का कहना है कि जब दाम ही नहीं मिल रहे, तो इसे उठाकर ले जाने का क्या फायदा.
राहगीरों को रोककर बांटी प्याज
इसी बात को ध्यान में रखते हुए ग्राम चंदेरी के किसानों ने मिलकर बड़ा फैसला लिया। उन्होंने हाईवे से गुजरने वाले दोपहिया और चारपहिया वाहनों को रोककर मुफ्त प्याज बांटी जा रही है। किसानों का कहना हैकि हमारी मेहनत बेकार जा रही है तो बेहतर है कि यह प्याज आमजनों के काम आ जाए।
सरकार से भावांतर में खरीदी की मांग
किसानों ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग की है कि प्याज को भावांतर योजना में खरीदा जाए। साथ ही जिन किसानों को नुकसान हुआ है, उन्हें आर्थिक सहायता मिले। किसानों का दर्द साफ है कि प्याज रो रही है और उसके साथ किसान भी।


