सीहोर। जिला अस्पताल में रविवार रात हुई गुंडई और मारपीट की घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं को खतरे में डाल दिया है। अस्पताल परिसर में घुसकर टेंट कारोबारी पिता-पुत्र पर जानलेवा हमला करने और बीच-बचाव करने वाले कर्मचारी को घायल करने की घटना से अस्पताल के स्टाफ में भारी आक्रोश है।
अस्पताल के सभी कर्मचारियों ने सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर एएसपी सुनीता रावत को ज्ञापन सौंपा और कड़ी चेतावनी दी है कि यदि आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो मंगलवार (18 नवंबर) से वह अनिश्चितकालीन काम बंद कर देंगे। बता दें अगर यह चेतावनी अमल में आती है तो कल मंगलवार से जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ठप हो जाएंगी और आपातकालीन स्थिति समेत अन्य मरीजों को इलाज मिलना बंद हो जाएगा, जिससे स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा सकती है।
अस्पताल के अंदर तीसरी बार हमला
यह पूरा मामला रविवार रात शुरू हुआ जब अंबेडकर नगर गंज निवासी टेंट कारोबारी प्रवेश परिहार और उनके पिता हरि सिंह पर भोपाल नाका के पास आरोपी दीपक परमार और उनके साथियों ने दो बार मारपीट की। लेकिनए आरोपियों का दुस्साहस तब चरम पर पहुंच गया जब घायल पिता-पुत्र इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचे। आरोपी दीपक परमार, भानू राठौर और नवीन राठौर अस्पताल में घुस आए और तीसरी बार हमला कर दिया। एफआईआर के अनुसार आरोपी भानू राठौर ने हरि सिंह के सिर पर रॉड से वार किया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। बीच-बचाव करने आए अस्पताल के एक कर्मचारी आकाश को भी चोटें आईं। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।
सुरक्षा की गारंटी की मांग
कर्मचारियों ने एएसपी को सौंपे ज्ञापन में स्पष्ट किया है कि अस्पताल परिसर के अंदर इस तरह की घटनाएं कर्मचारियों के जीवन को जोखिम में डाल रही हैं। उन्होंने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और अस्पताल में पर्याप्त पुलिस सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की है। इधर कोतवाली थाने में प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।


