‘भूतों के मेले’ में गंूजी चीख पुकार!

सीहोर। पितृपक्ष 16 श्राद्ध का आज अंतिम दिन है। आज भूतड़ी अमावस्या पर जिले के आंवलीघाट पर भी पवित्र स्नान के लिए श्रद्धालुओं का तांता उमड़ रहा है। शनिवार शाम से ही यहां श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला प्रारंभ हो गया था, जबकि अल सुबह से पवित्र स्नान का सिलसिला शुरू हो गया। दरअसल, आज के दिन आंवलीघाट पर अनोखा मेला लगता है, जिसे स्थानीय लोग भूतों का मेला कहते हैं। इस दौरान घाट पर अजीब गरीब नजारे देखने को मिल रहे हैं, कोई चीख पुकार रहा है तो कोई अपने आप को जंजीर से मार रहा है।
बता दें जिला मुख्यालय से करीब 90 किलोमीटर दूर स्थित इस प्राचीन घाट पर शनिवार रात से रविवार सुबह तक हजारों श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। यह मेला उन लोगों के लिए खास महत्व रखता है जो किसी प्रेत-बाधा या शारीरिक समस्या से पीडि़त होते हैं। यहां दूर-दूर से आए लोग अपने परिजनों को लेकर पहुंचते हैं और मंत्रों तथा तांत्रिक पूजा-पाठ के जरिए इन समस्याओं से मुक्ति पाने की कोशिश करते हैं। मेले में आए लोग ढोल-नगाड़ों पर नाचते-गाते हुए अपने देवी-देवताओं का आह्वान करते नजर आ रहे हैं। कुछ श्रद्धालुओं के शरीर में देवी-देवताओं के आने का दावा किया गया, जो अस्त्र-शस्त्रों को लेकर नर्मदा में स्नान करते हैं। यहां का नजारा अजीब गरीब रहता है। घाट पर कोई चीख रहा है तो कोई पानी में डुबकी लगाते ही तड़पने लगा। कोई अपने आपको जंजीर से मार रहा है।
कलेक्टर-एसपी कर रहे मॉनीटरिंग
यहां बढ़ती भीड़ को देखते हुए कलेक्टर बालागुरू के और पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला सहित अन्य पुलिस अधिकारी बारिकी से मॉनीटरिंग की जा रही है। सुरक्षा व्यवस्था के चौकस इंतजाम हैं।