सीहोर। मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार के दो साल पूरे होने के साथ ही सीहोर विधानसभा की कमान संभाल रहे विधायक सुदेश राय ने अपनी विधायकी के तीसरे कार्यकाल के दो वर्ष भी पूरे कर लिए हैं। निर्दलीय से लेकर भाजपा तक 12 साल के लंबे राजनीतिक सफर में सीहोर को 6000 करोड़ रुपये की सौगातें देने वाले विधायक सुदेश राय ने ‘लक्ष्य टूडे’ से खास बातचीत में अपने अगले तीन साल का ‘विजन कार्ड’ सामने रखा है।
उन्होंने साफ कहा कि विधानसभा क्षेत्र के अंचल में पानी की व्यवस्था की जा चुकी है, अब उनका एकमात्र लक्ष्य सीहोर शहर के हर घर तक मां नर्मदा का पवित्र जल पहुंचाना है। उन्होंने युवाओं के लिए पलायन रोकने और रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए बड़े औद्योगिक घरानों को लाने की बात भी कही। इसके साथ ही उन्होंने लॉ कॉलेज को अगले सत्र से शुरू करने और रेसई परियोजना से किसानों को नियमित पानी दिलाने का भी भरोसा दिलाया है।
आगामी 3 साल – लक्ष्य टूडे – विधायक सुदेश राय
सवाल: आपके तीसरे कार्यकाल के दो साल पूरे हो गए हैं। अगले तीन सालों के लिए आपकी सबसे बड़ी प्राथमिकता क्या होगी, वह कौन सा सपना है जिसे आप पूरा करना चाहेंगे?
जवाब: अब तो एक ही लक्ष्य है कि मेरे शहर के हर घर में मां नर्मदा का जल पहुंचे। नर्मदा जल पहली और सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इसे सिंचाई के साथ-साथ शहर के हर कोने तक पेयजल के रूप में पहुंचाना मेरा सबसे बड़ा विजन है।
सवाल: सीहोर में बेरोजगारी और पलायन एक बड़ी चुनौती है। इसे रोकने के लिए आपकी क्या योजना है?
जवाब: बिल्कुल युवाओं के लिए रोजगार सृजन बेहद जरूरी है। अगले तीन सालों में बड़े औद्योगिक घराने लाना मेरी प्राथमिकता है। इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा और पलायन की समस्या दूर होगी।
सवाल: शिक्षा के क्षेत्र में सीहोर को क्या नई सौगात मिलेगी?
जवाब: शिक्षा पर हमने लगातार काम किया है, साइंस लैब और कंप्यूटर कक्षों के निर्माण करवाए हैं। अब हमारा ध्यान लॉ कॉलेज पर है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि अगले शैक्षणिक सत्र से ही लॉ कॉलेज में विधिवत पढ़ाई शुरू हो जाएगी।
सवाल: रेसई सिंचाई परियोजना पर आपने लगातार काम किया है। किसानों को कब तक नियमित पानी मिलना शुरू हो जाएगा?
जवाब: यह हमारे किसानों की जीवनरेखा है। मेरी लगातार निगरानी के चलते सीहोर क्षेत्र में अंडरग्राउंड नहरों का काम लगभग पूरा हो गया है। एसडीओ डब्ल्यूआरडी ने भी पुष्टि की है कि अगले सिंचाई सीजन 2026-27 से सीहोर के 7 और बैरसिया के 18 गांवों को रेगुलर पानी मिलना शुरू हो जाएगा। किसानों को अब निराशा से बाहर निकलना चाहिए पानी जरुर मिलेगा।
सवाल: 12 साल के लंबे कार्यकाल में आपने सीहोर को 6000 करोड़ की सौगातें दी हैं। अब अधोसंरचना में क्या बचा है?
जवाब: अधिकांश सडक़ें बन चुकी हैं, जो कुछ छोटे हिस्से बचे हैं, उन्हें भी तेजी से पूरा कराया जाएगा। इसके अलावा हमने शहर को ऑडिटोरियम (500 सीटर), शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, नए स्वास्थ्य केंद्र और कॉलेज में सीटें बढ़ाने जैसे कई बड़े काम किए हैं, जो लोगों के जीवन को सरल बना रहे हैं। यह विकास यात्रा अनवरत जारी रहेगी।


