सीहोर। कोतवाली थाना पुलिस ने बिलकिसगंज स्थित शांति मेडिकल के संचालक लक्ष्मी नारायण विश्वकर्मा उसके छोटे भाई अशोक विश्वकर्मा पर धोखाधड़ी और अड़ीबाजी का मामला दर्ज किया गया है। दोनों भाइयों पर फर्जी दस्तावेज (स्टाम्प) के सहारे एक व्यक्ति को धमकाकर 35 लाख मांगने का आरोप है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार फरियादी राजू विश्वकर्मा निवासी सुदेश नगर ने थाना कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी। फरियादी ने बताया कि आरोपी लक्ष्मी नारायण और अशोक विश्वकर्मा 02 अक्टूबर को अपनी मां के साथ उनके घर आए, वह अपने साथ वर्ष 2011 का एक फर्जी किरायानामा अनुबंध लेकर आए थे। अनुबंध में 2.5 लाख चेक द्वारा देने की बात कही गई थी और आरोपी अब ब्याज सहित 35 लाख की मांग कर रहे थे। मना करने पर उन्होंने धमकी दी थी।
पुलिस द्वारा मामले की गई जांच में पता चला कि राजू विश्वकर्मा ने नर्मदा ग्रामीण बैंक बिलकिसगंज शाखा से कभी भी चेक से पैसे नहीं निकाले, बल्कि आरोपी लक्ष्मी नारायण विश्वकर्मा ने स्वयं अपने खाते से पैसे निकालकर अनुबंध में चेक दर्शाए थे, जिससे यह साबित हुआ कि अनुबंध फर्जी था। जांच के बाद कोतवाली थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धमकी देना और धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।


