सीहोर। शहर से निकले पुराने इंदौर-भोपाल हाईवे पर दो दिन पहले हुए दिल दहला देने वाले सडक़ हादसे के मामले में आखिरकार मंडी थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इस मामले में ‘लक्ष्य टूडे’ की पहली ही खबर पर मुहर लग गई है, जिसने दुर्घटना के बाद मौके पर गिरी नंबर प्लेट के आधार पर कार मालिक की पहचान पहले ही बता दी थी।
‘लक्ष्य टूडे’ ने अपनी पहली ही खबर में ग्रामीणों के हवाले से बताया था कि हादसे के बाद सडक़ पर कार की नंबर प्लेट गिर गई थी। नंबर प्लेट की ऑनलाइन जानकारी के अनुसार यह कार भोपाल सिंह वर्मा निवासी चितावलिया लाखा के नाम दर्ज थी। अब प्रत्यक्षदर्शी की शिकायत पर पुलिस ने इसी कार चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
भयावह था हादसा
दर्ज एफआईआर के अनुसार 21 नवंबर की रात करीब 9.45 बजे मुगीसपुर जोड़ शरीफ के पास तेज रफ्तार हुंडई कार एमपी 37 ईडी 0363 ने मोटरसाइकिल सवार दो युवकों को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी थी। इस भीषण दुर्घटना में गुडभेला निवासी कृष्णा वर्मा की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे का सबसे भयावह पहलू यह रहा कि टक्कर मारने के बाद कार चालक ने रुकने के बजाय दूसरे युवक शुभम वर्मा को लगभग आधा से एक किलोमीटर तक सडक़ पर घसीटा। शुभम वर्मा की हालत अत्यंत नाजुक है और वह भोपाल के अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है।
शिकायतकर्ता प्रेम सिंह वर्मा निवासी नापलाखेड़ी की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी कार चालक भोपाल सिंह वर्मा के खिलाफ लापरवाही से मौत (आईपीएस धारा 304 ए), खतरनाक ड्राइविंग (आईपीएस धारा 279 और 337) और मोटरयान अधिनियम 1988 की धारा 184 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।


