सीहोर। पुराने इंदौर-भोपाल हाईवे पर शुक्रवार रात हुए दिल दहला देने वाले हिट एंड रन मामले ने आमजनों में रोष पैदा कर दिया है। मुगीसपुर में तेज रफ्तार कार द्वारा बाइक सवार दो युवकों को टक्कर मारने, जिसमें कृष्णा वर्मा की मौत हो गई और शुभम वर्मा को एक किलोमीटर तक घसीटा गया, के बाद अब इस मामले में ’राजनीतिक दखल’ की आशंकाएं गहराने लगी हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे के बाद मौके पर कार की नंबर प्लेट गिर गई थी। इस नंबर प्लेट के आधार पर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कार चालक क्षेत्र के ही किसी नजदीकी गांव का है। हालांकि आमजनों का कहना है कि सैकड़ाखेड़ी की तरह इस मामले में भी कुछ नहीं होगा, क्योंकि संबंधित आरोपी भी नेताजी का करीबी हो सकता है।
सैकड़ाखेड़ी की तरह ‘न्याय’ पर सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस तरह दो महीने पहले सैकड़ाखेड़ी रोड पर मॉर्निंग वॉक कर रहे युवकों को रौंदने के बाद भी कथित तौर पर ‘नेताजी की वजह से’ मृतकों के परिजनों को न्याय नहीं मिल पाया था और पुलिस कार्रवाई आमजन के लिए एक पहेली बनी हुई है, ठीक उसी तरह इस नए ‘हिट एंड रन’ मामले में भी कुछ नहीं होगा। एक स्थानीय निवासी ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा सैकड़ाखेड़ी में भी कार चालक पर कार्रवाई नहीं हुई। अब यहां एक युवक की जान चली गई और दूसरे को एक किलोमीटर तक घसीटा गया है, उसकी छाती बुरी तरह क्षतिग्रस्त है, लेकिन अगर यह भी नेताजी का करीबी निकला तो यह मामला भी दबा दिया जाएगा।


