संवाददाता, शैलेन्द्र सेन
सागर। नेशनल हाईवे 44 पर स्थित मालथौन-अटा आरटीओ कार्यालय चेक प्वाइंट एक बार फिर विवादों के घेरे में है। गुरुवार दोपहर 3 बजे इस नाके पर कथित तौर पर आरटीओ कर्मियों की लापरवाही के चलते एक ट्रक पलट गया, जिसके बाद गुस्साए ट्रक चालकों ने हाईवे को एक घंटे तक जाम कर दिया और चेक प्वाइंट पर तोडफ़ोड़ का प्रयास भी किया।
घटना के संबंध में ललितपुर निवासी ट्रक चालक शैलेंद्र यादव ने आरटीओ कर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। यादव ने बताया कि वह चेन्नई से दिल्ली जा रहे थे। मालथौन-अटा चेक प्वाइंट पर पहुंचते ही आरटीओ कर्मी ने जबरन ट्रक रोकने के लिए अचानक बेरिकेड को सीधे ट्रक के सामने धकेल दिया। चालक ने बेरिकेड से बचने का प्रयास किया, जिससे ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया। चालक शैलेन्द्र यादव ने चेक प्वाइंट पर अवैध वसूली के भी आरोप लगाए हैं।
एक घंटे तक नेशनल हाईवे 44 जाम
ट्रक पलटते ही मौके पर अन्य ट्रक चालकों का जमावड़ा लग गया। विरोध में चालकों ने अपने ट्रकों को हाईवे के दोनों तरफ खड़ा कर दिया, जिससे नेशनल हाईवे 44 पर लगभग एक घंटे तक चक्काजाम रहा। प्रदर्शनकारी ट्रक चालक आरटीओ को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे। जाम की सूचना पर मालथौन थाना पुलिस स्टाफ तुरंत मौके पर पहुंचा। इस दौरान गुस्साए चालकों ने आरटीओ चेक प्वाइंट पर तोडफ़ोड़ करने की कोशिश की और नाके पर रखी कुर्सी-टेबल को उठाकर सडक़ से नीचे फेंक दिया। पुलिस ने बचाव करते हुए चालकों को नाके से हटाया और स्थिति नियंत्रित करने का प्रयास किया।
हाईवे बंद होने के कारण स्कूली बच्चों की बसें, यात्री बसें और निजी कारों सहित सैकड़ों वाहन फंसे रहे। पुलिस हस्तक्षेप के बाद शाम करीब 4 बजे ट्रक चालक तितर-बितर हुए और जाम खुल सका।
पहले भी हो चुका है चक्काजाम
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब इस आरटीओ चेक प्वाइंट पर दुर्घटना के बाद चक्काजाम हुआ हो। बीते 25 सितंबर को भी इसी नाके पर एक ट्रक पलटने की घटना के बाद ट्रक चालकों ने विरोध-प्रदर्शन करते हुए हाईवे को जाम कर दिया था।


