सीहोर को बड़ी जिम्मेदारी, पूर्व विधायक पटेल बने कांग्रेस की ‘एसआईआर’ मॉनिटरिंग टीम का हिस्सा

सीहोर। आगामी चुनावों के मद्देनजर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम को प्रभावी बनाने के लिए सीहोर जिले को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी ने राज्य स्तरीय कार्यक्रम की प्रभावी मॉनिटरिंग और समन्वय के लिए एक आठ सदस्यीय समिति का गठन किया है, जिसमें इछावर विधानसभा से पूर्व विधायक शैलेन्द्र पटेल को शामिल किया गया है।
वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा की अध्यक्षता वाली इस समिति में शैलेन्द्र पटेल के अलावा संजय कामले, राजीव सिंह, जेपी धनोपिया, गोरगी बैरागी, रितेश जैन और ललित सेन जैसे नेता शामिल हैं। पूर्व विधायक शैलेन्द्र पटेल ने लक्ष्य टूडे से चर्चा करते हुए बताया कि उन्हें पूरे प्रदेश में इस महत्वपूर्ण मतदाता पुनरीक्षण टीम में शामिल किया गया है।
सीहोर जिला कांग्रेस गंभीर, हुई कार्यशाला
प्रदेश स्तर पर मिली जिम्मेदारी के साथ ही सीहोर जिला कांग्रेस भी इस अभियान को लेकर गंभीर है। बीते दिनों डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर धर्मशाला में मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम को लेकर एक कार्यशाला आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती ने की, जबकि पूर्व विधायक शैलेन्द्र पटेल और जिले की प्रभारी जयश्री हरि करण विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थीं।
कार्यशाला में प्रदेश प्रभारी ललित सेन ने कार्यकर्ताओं को मतदाता सूची शुद्धिकरण की गहन प्रक्रिया के बारे में बताया। उन्होंने जानकारी दी कि पुनरीक्षण प्रक्रिया 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक चलेगी और अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 7 फरवरी को होगा।
नाम कटने का खतरा, फॉर्म भरना अनिवार्य
इधर निर्वाचन आयोग ने भी सभी मतदाताओं से अपील की है कि वे 4 नवंबर से शुरू होने वाली इस प्रक्रिया में अनिवार्य रूप से सहयोग करें। आयोग ने साफ किया है कि बीएलओ द्वारा उपलब्ध करवाया गया परिगणना फॉर्म भरकर निश्चित समय में जमा नहीं करवाने की स्थिति में मतदाता का नाम सूची में शामिल नहीं किया जाएगा। यह अभियान मृत, स्थानांतरित, डुप्लीकेट और फर्जी मतदाताओं के नाम हटाने के साथ-साथ त्रुटिरहित सूची बनाने पर केंद्रित है। फॉर्म जमा करते समय मतदाताओं को 11 दस्तावेजों की सूची में से कोई भी एक दस्तावेज संलग्न करना अनिवार्य होगा।