सीहोर। छिंदवाड़ा में जहरीले कफ सीरप पीने से दो दर्जन से अधिक मासूमों की मौत की भयावह घटना को लगभग एक माह बीत जाने के बाद आखिरकार सीहोर जिले का स्वास्थ्य महकमा नींद से जागा है। जिले में स्वास्थ्य जैसे गंभीर मामलों को लेकर भी बरती जा रही लापरवाही के बीच सोमवार को पहली बार ड्रग इंस्पेक्टर किरण मगरे फील्ड में दिखे और उन्होंने जिला मुख्यालय की दवा दुकानों पर अचानक जांच की।
ड्रग इंस्पेक्टर किरण मगरे ने शहर की करीब 8 दवा दुकानों की जांच की, जिसमें दवाओं के नमूने भी लिए गए। जांच के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं को खतरे में डालने वाली कई बड़ी खामियां और नियमों की घोर अनदेखी सामने आई।
फार्मासिस्ट गायब
गंगा आश्रम स्थित तोमर मेडिकल और सीहोर एजेंसी पर जांच के समय पंजीकृत फार्मासिस्ट मौके से गायब मिले। फार्मासिस्ट की अनुपस्थिति में दवाओं की बिक्री सीधे तौर पर मरीजों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ है।
बिलों में गड़बड़ी
सीहोर केमिस्ट, विनायक मेडिकल, न्यू सीहोर केमिस्ट और भाग्य लक्ष्मी मेडिकल समेत कई दुकानों पर विक्रय पत्रकों (बिलों) में गंभीर गड़बडिय़ां सामने आईं।
कड़ी कार्रवाई की तैयारी
ड्रग इंस्पेक्टर किरण मगरे ने बताया कि जांच में पाई गई गंभीर लापरवाहियों के लिए दवा दुकान संचालकों को नोटिस जारी किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पूरी रिपोर्ट तैयार कर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


