सीहोर। जिले में औसत से कम बारिश होने के कारण आगामी गर्मी में संभावित गंभीर जल संकट की आशंका तेज हो गई है। मानसून सीजन समाप्त होते ही नगर पालिका प्रशासन पेयजल के लिए आरक्षित जल भंडारण को लेकर अत्यधिक सतर्क हो गया है। इसी सक्रियता के तहत नपा अमले ने आज (शुक्रवार) भगवानपुरा तालाब पर अभियान चलाकर अवैध रूप से पानी चोरी करने में इस्तेमाल की जा रही मोटरें जब्त की हैं।
बता दें जिले में इस साल मानसून की सक्रियता कम रहने के कारण स्थिति चिंताजनक है। जिले की औसत वार्षिक वर्षा 1148 मिलीमीटर है, लेकिन इस बार मात्र 1090 एमएम बारिश ही दर्ज हो पाई, जो पिछले साल 1161 एमएम से भी काफी कम है। 21 जून को मानसून की दस्तक के बावजूद बार-बार मानसून ब्रेक की स्थिति बनने से जिले में पानी का अपेक्षित भंडारण नहीं हो पाया।
50 तालाब खाली
कम बारिश का सीधा असर जिले के जल स्रोतों पर पड़ा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के 50 से अधिक तालाब वर्तमान में खाली रह गए हैं, जिससे भूजल स्तर और सतही जल स्रोतों पर भारी दबाव बढ़ गया है।
एक दिन छोडक़र पेयजल
स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मानसून सीजन खत्म होने के बावजूद नगर में वर्तमान में भी एक दिन के अंतराल पर पेयजल आपूर्ति की जा रही है। इसी को देखते हुए नगर पालिका प्रशासन ने आरक्षित पेयजल को संरक्षित करने के लिए सख्ती शुरू कर दी है।
पानी चोरों की खेर नहीं
नपा अमले ने भगवानपुरा तालाब जिसका जलस्तर पहले ही चिंता का विषय है, वहां तलाशी अभियान चलाया और अवैध तरीके से सिंचाई या अन्य कार्यों के लिए पानी खींचने वाली मोटरों को जब्त किया। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि जल संकट को देखते हुए पेयजल स्रोतों से पानी की चोरी करने वालों के खिलाफ अब और सख्ती बरती जाएगी।


