कार्बाइड गन की चपेट में आया 15 वर्षीय भूपेन्द्र

सीहोर। पड़ोसी जिले भोपाल में कार्बाइड गन से हुई गंभीर दुर्घटनाओं के बाद जहां प्रशासन ने इस देसी पटाखा गन पर प्रतिबंध लगा दिया है, वहीं सीहोर जिले में अब तक कार्रवाई का इंतजार है, जिसके चलते एक 15 वर्षीय किशोर इसका शिकार बन गया।
जिले के नयापुरा गांव में भूपेंद्र नामक 15 वर्षीय किशोर कार्बाइड गन का शिकार हो गया। किशोर की आंखों में तकलीफ हो गई है। घटना की खबर मिलते ही स्वास्थ्य विभाग तत्काल अलर्ट हो गया। विभाग का अमला तुरंत बच्चे के घर पहुंचा और एहतियात के तौर पर भूपेंद्र को इलाज के लिए परामर्श दिया। साथ ही कार्बाइड गन को तुरंत जब्त कर लिया गया।
भोपाल में प्रतिबंध, सीहोर में कार्रवाई का इंतजार
बता दें पड़ोसी जिले भोपाल के कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने दुर्घटनाओं को देखते हुए तत्काल प्रभाव से गन के विक्रय और उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। गौरतलब है कि पूरे प्रदेश में 300 से अधिक लोगों की आंखों में जलन के मामले जिनमें 200 से अधिक अकेले भोपाल के हैं और 7 से 14 साल के बच्चों के शिकार होने की बात है के बाद गुरुवार देर रात आदेश जारी कर कार्बाइड पाइप गन की बिक्री, खरीद और स्टॉक पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। इधर जिले में भी अभिभावकों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि भोपाल की तर्ज पर सीहोर में भी इस आंख फोड़ू गन पर प्रतिबंध लगाया जा, ताकि कोई और बच्चा इसका शिकार न हो।