सीहोर। बीते दिनों जिले में फर्जी पत्रकारिता का मामला सामने आया था। जिले के बाहर के कुछ फर्जी पत्रकारों की गैंग ने जिले के बुदनी विधानसभा क्षेत्र में मेडिकल दुकानों पर ब्लैकमेलिंग के बाद जिला मुख्यालय का रुख किया था। हैरत की बात यह है कि इन फर्जी पत्रकारों की गैंग ने मुख्यालय के प्राचीन मंदिर से अपनी दूषित मानसिकता का श्री गणेश किया था।
गौरतलब है कि फर्जी पत्रकारों की गैंग ने सबसे पहले बुदनी विधानसभा क्षेत्र में फर्जी पत्रकारिता का रौब दिखाया था, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इनकी गाड़ी पर पुलिस का लोगो भी लगा था। इसके बाद इन्होंने जिला मुख्यालय का रुख किया था। सबसे हैरत की बात तो यह है कि यह सबसे पहले मुख्यालय के प्राचीन मंदिर पहुंचे थे और यहां पुजारी से फर्जी पति-पत्नी बनकर बच्चा होने का आशीर्वाद मांगा था, जब पुजारी ने उन्हें आशीर्वाद दिया तो बोले, आपको कैसे मालूम कि हम पति-पत्नी है। इतना कहते ही मंदिर के पुजारी उनकी नियत को भांप गए और एक्शन मोड में आ गए। कुछ बाते हुई, जब मंदिरों के पुजारियों की नाराजगी देखी तो यह फर्जी पत्रकार उल्टे पैर लौटते नजर आए।
इसके बाद इन्होंने सीहोर के मेडिकल दुकान संचालकों को डराने धमकाने का प्रयास किया था। मंडलोई मेडिकल स्टोर के संचालक पवन वर्मा की शिकायत पर पुलिस ने इन्हें पकड़ा था। पवन वर्मा ने पुलिस को बताया था कि आरोपियों ने उनकी दुकान पर आकर एबॉर्शन किट मांगी और पर्चा मांगने पर खुद को विभिन्न चैनलों का पत्रकार बताते हुए 30 हजार की डिमांड की। धमकाया गया कि न्यूज चलाकर ड्रग इंस्पेक्टर से कार्रवाई करवा दी जाएगी। पवन वर्मा की सूचना पर मेडिकल एसोसिएशन ने खुलासा किया कि यह गैंग उसी दिन कृष्णा मेडिकल स्टोर से 10 हजार वसूल चुका थी और पहले भी अन्य पीडि़तों से वसूली की जा चुकी है। कोतवाली पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। इधर अब परत दर परत जानकारी सामने आने के बाद पता चला है कि इन्होंने शहर के प्राचीन मंदिर के पुजारियों को भी फर्जी पत्रकारिता का रौब दिखाने का प्रयास किया था।


