10 मिनट के 11 हजार बिल पर ‘थैंक्यू’ बोले बुदनी विधायक भार्गव, क्या यही है जनता की सेवा का अंदाज

सीहोर। जिले के भैरुंदा स्थित नर्मदा अस्पताल में मानवता को तार-तार कर देने वाली एक घटना सामने आई है, जिसने न सिर्फ स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोली है, बल्कि क्षेत्रीय विधायक रमाकांत भार्गव की संवेदनहीनता पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
डॉ. राजेश शर्मा के बताए जा रहे इस अस्पताल ने महज 11 हजार रुपए के बिल के लिए एक मृत आदिवासी महिला फूलवती बारेला का शव उसके गरीब परिजनों को 2 घंटे तक सौंपने से इनकार कर दिया। यह घटना 7 अक्टूबर की रात करीब 12 बजे हुई। सनकोटा निवासी फूलवती बारेला को दुर्घटना के बाद परिजन अस्पताल लाए थे। परिजनों के अनुसार जहां 10 मिनट के भीतर ही महिला की मौत हो गई। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने बिल का भुगतान न होने तक शव को बंधक बनाए रखा। रात 2 बजे पुलिस के हस्तक्षेप से परिजनों को जबरन शव मिल सका।
विधायक जी अंजान!
हैरत की बात यह है कि घटना के 24 घंटे बाद जब क्षेत्रीय विधायक रमाकांत भार्गव से मीडिया ने इस मामले में सवाल पूछा तो उनका जवाब चौंकाने वाला था। विधायक रमाकांत भार्गव बोले- मुझे जानकारी नहीं है, आपने बताया है, मैं इसकी जांच कराऊंगा। पैसे वसूली पर बोले- थैंक्यू, धन्यवाद मैं जानकारी लेकर आपको बताता हूं।
क्या यही है शिवराज की विरासत की जिम्मेदारी
एक साल पहले ही उपचुनाव जीतकर विधायक बने रमाकांत भार्गव का जिम्मेदारियों के प्रति यू अंजान रहना क्षेत्र की जनता के प्रति उनके दायित्व पर बड़ा प्रश्रचिन्ह लगाती है। यह वही बुदनी सीट है जिसे केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2023 में एक लाख से अधिक मतों से जीता था, जबकि श्री चौहान की सीट पर उपचुनाव में भार्गव की जीत का अंतर सिमटकर महज 13 हजार मतों तक ही रह गया, यह बड़ी बात है।