सीहोर। जिले के बरखेड़ी गांव स्थित मुस्कान अस्पताल में गलत इंजेक्शन से दो वर्षीय दीक्षा की दुखद मौत के बाद शुक्रवार को कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती, पूर्व विधायक शैलेन्द्र पटेल के नेतृत्व में कोंग्रेसियों ने दिवंगत परिवार के घर पहुंचकर ढांढस बंधाया और सीएमएचओ पर सवाल खड़े किए, वहीं इछावर भाजपा के नेताओं ने फिलहाल दूरी बनाए रखी है।
शुक्रवार को इछावर के पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल और कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने दीक्षा के परिजनों से मुलाकात की। इस मुलाकात के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर सार्वजनिक हुए हैं। कांग्रेस ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुधीर डेहरिया को निशाना बनाते हुए कहा कि उन्हें मंत्रियों की चरण वंदना से ही फुर्सत नहीं है, इसलिए जिले में 10 महीने से चल रहे अवैध अस्पतालों की जानकारी नहीं मिल पाती। यह तंज 6 अक्टूबर को राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा के चरण छूते सीएमएचओ के वायरल वीडियो को लेकर जिला कांग्रेस अध्यक्ष गुजराती द्वारा किया गया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती ने आरोप लगाया कि जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर दूर मुस्कान अस्पताल 10 माह से अवैध रूप से चल रहा था, जिसकी भनक सीएमएचओ कार्यालय को नहीं लगी।
इछावर भाजपा नेताओं का अता पता नहीं
इस दुखद घटना के बाद कांग्रेसजन जहां परिवार के बीच नजर आए, वहीं इछावर भाजपा के नेता अब तक फिलहाल दिवंगत परिवार के बीच नहीं पहुंचे हैं। इछावर बीजेपी के तीनों बड़े नेता राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा, डॉ. अजय पटेल और पंकज गुप्ता दिवंगत परिवार से मिलने नहीं पहुंचे। सोशल मीडिया पर भी इन नेताओं की मुलाकात का कोई फोटो या वीडियो सामने नहीं आया है।
सील अस्पताल 10 माह कैसे चला, जांच जारी
दीक्षा की मौत 7 अक्टूबर को हुई थी और परिजन गलत इंजेक्शन को मौत का कारण बता रहे हैं। अस्पताल संचालक अशोक विश्वकर्मा पर नियमों की अवहेलना को लेकर एफआईआर दर्ज की गई है। सीएमएचओ ने खुद स्वीकारा कि अस्पताल पहले 12 दिसंबर को सील हुआ था। कांग्रेस का आरोप है कि सील होने के बावजूद 10 माह तक अवैध संचालन स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत की ओर इशारा करता है।


