बीजेपी नेता के ‘नर्मदा अस्पताल’ ने हदों को किया पार, 11 हजार के लिए आदिवासी महिला का शव 2 घंटे तक रखा बंधक

सीहोर। जिले के भैरुंदा स्थित नर्मदा अस्पताल में मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। यह अस्पताल बीजेपी नेता डॉ. राजेश शर्मा का बताया जा रहा है, जो 2023 के विधानसभा चुनाव में नर्मदापुरम से टिकट के दावेदार थे। अस्पताल प्रबंधन ने महज 11 हजार रुपये के बिल के भुगतान के लिए एक मृत आदिवासी महिला का शव उसके गरीब परिजनों को दो घंटे तक सौंपने से इनकार कर दिया। पुलिस के कड़े हस्तक्षेप के बाद आधी रात 2 बजे जबरन शव को मुक्त कराया जा सका।
घटना 7 अक्टूबर की रात की है। सनकोटा निवासी फूलवती बारेला (22) को दुर्घटना के बाद परिजन रात करीब 11.30 बजे अस्पताल लाए थे। परिजनों के अनुसार अस्पताल पहुंचने के 10 मिनट के भीतर ही महिला की मौत हो गई। मृतका के परिजन राजेश ने बताया कि उनकी बेटी की मौत रात 12 बजे हो गई थी, लेकिन प्रबंधन ने बिल का भुगतान न होने तक शव को बंधक बनाए रखा।
वायरल वीडियो ने खोली पोल
रात 2 बजे तक जब परिजन मिन्नतें करते रहे और अस्पताल नहीं पिघला, तब पुलिस को बुलाया गया। मौके पर पहुंची पुलिस और अस्पताल स्टाफ के बीच हुई बहस का एक वीडियो अब तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में पुलिसकर्मी आरएस यादव (नंबर 642) अस्पताल प्रबंधन से कह रहे हैं, आप लोग दो घंटे से डेड बॉडी को रोके हुए हैं, यह सरासर गलत है। थाने में मर्ग कायम हो गया है, जबरदस्ती पैसे के लिए शव को रख रखा है। वहीं दूसरी ओर अस्पताल का कर्मचारी बेखौफ होकर पुलिसकर्मी की नेम प्लेट का वीडियो बनाता है और बिल न चुकाने की बात दोहराता है।
10 मिनट का बिल 11 हजार, पुलिस ने दिलाया शव
परिजनों ने बताया कि अस्पताल में रुकने का समय मुश्किल से 10 मिनट था, जिसके एवज में 11 हजार रुपये का बिल थमा दिया गया। परिजनों की गरीबी और मजबूरी को दरकिनार कर बीजेपी नेता के अस्पताल ने मानवता को पैरों तले रौंद दिया। रात 2 बजे पुलिस की सख्ती के बाद ही मजबूर परिजनों को शव मिल सका।