सरकारी नौकरी के लिए फर्जीवाड़ा, पुलिस ने दबोचा

सीहोर। सरकारी नौकरी पाने के लिए फर्जीवाड़ा करने वाली गैंग को पुलिस ने धरदबोचा है। बता दें उत्तर प्रदेश के दो युवकों ने सीहोर में फर्जी चरित्र सत्यापन प्रमाण पत्र बनवाकर रेलवे में नौकरी पाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की सतर्कता से उनका भांडा फूट गया। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था और अब इस गिरोह के मास्टरमाइंड को भी पकड़ लिया गया है।
मामले की शुरुआत 27 जुलाई को हुई जब आरक्षक विक्रम जाट को प्रिंस कुमार का ऑनलाइन चरित्र सत्यापन प्राप्त हुआ। जब प्रिंस अपने दोस्त अनिकेश के साथ थाने पहुंचा तो उनके दस्तावेजों की जांच की गई। प्रिंस के आधार कार्ड और वोटर कार्ड पर उसका निवास स्थान सीहोर की ब्रह्मपुरी कॉलोनी बताया गया था, लेकिन पूछताछ करने पर वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। सख्ती से पूछताछ करने पर पता चला कि प्रिंस और अनिकेश दोनों उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और वे इस फर्जीवाड़े के जरिए बुधनी रेलवे स्टेशन पर टिकट काटने की नौकरी पाना चाहते थे।
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए प्रिंस कुमार और अनिकेश को गिरफ्तार कर लिया और उनके फर्जी दस्तावेज जब्त कर लिए। इसके बाद इस मामले में फरार चल रहे तीसरे आरोपी अंकित साहू को भी 18 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया गया। अंकित साहू को इस फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। पुलिस ने आरोपी के पास से फर्जी दस्तावेज और कुछ नकदी भी बरामद की है। अंकित साहू को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है।