सीहोर। जिले में विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल के प्रयासों से लगातार धर्मांतरण के मामलों का पर्दाफाश हो रहा है। बीते दो-तीन महीने की बात करें तो बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद सदस्यों के सक्रिय प्रयासों से आधा दर्जन से अधिक ऐसे मामलों का खुलासा हुआ है तो इधर धर्मांतरण से जुड़े गिरो भी लगातार विहिप और बजरंल दल को चुनौती देते नजर आ रहे हैं। अब ताजा मामला जिले के बिलकिसगंज थाना क्षेत्र से आया है, जहां ऐसे गिरोह का पर्दाफाश हुआ जो लालच देकर निर्धन आदिवासियों को इसाई बनाने के प्रयास में जुटा हुआ था।
पुलिस के अनुसार रेहटी थाना क्षेत्र के ग्राम वीरपुर, भीलपाटी और खजुरी में रहने वाले कुछ लोग नियमित रूप से प्रार्थना सभाएं आयोजित करते थे। शुरुआत में यह प्रेरणा के रूप में शुरू हुआ, लेकिन जल्द ही यह जबरन दबाव और आर्थिक प्रलोभन में बदल गया। गिरोह के सदस्य हिंदू ग्रामीणों को एक-एक लाख रुपये और सरकारी नौकरी लगवाने का झूठा वादा कर धर्म परिवर्तन कराने का दबाव डाल रहे थे। रेम सिंह बारेला के घर पर गुप्त बैठकें होती थीं, जहां ग्रामीणों को ईसा मसीह की तस्वीर, बाइबल और नकदी का लालच दिखाया जाता था।
ग्रामीणों की शिकायत पर कार्रवाई
इस दबाव से तंग आकर लखन बारेला, सीताराम बारेला, रमेश बारेला और रायसिंह बारेला सहित कई ग्रामीणों ने एकजुट होकर पुलिस को लिखित शिकायत सौंप दी। शिकायत में बताया गया कि 9 दिसंबर की रात भी ग्रामीणों को जबरदस्ती सभा में बुलाया गया और धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया गया। घबराए ग्रामीणों ने तुरंत 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी।
छापामार कार्रवाई में छह गिरफ्तार
सूचना मिलते ही बिलकिसगंज थाना प्रभारी संदीप मीणा के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची और गोपनीय छापामार कार्रवाई की। पुलिस ने मौके से धार्मिक साहित्य, बाइबल की प्रतियां और धर्मांतरण से जुड़े रिकॉर्ड जब्त किए। मौके पर मौजूद सभी लोगों को हिरासत में लिया गया। थाना प्रभारी संदीप मीणा ने बताया कि इस मामले में मुकेश बारेला, लखन बारेला, सीताराम बारेला, रेम सिंह बारेला, कुशमा बारेला और बीना बारेला सहित कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सभी आरोपियों पर धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम की धारा के तहत कड़ा प्रकरण दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है और गिरोह की फंडिंग और गतिविधियों की विस्तृत जांच जारी है।


