सीहोर। शहर के नागरिकों के लिए हर साल बरसात में सिरदर्द बनने वाले सीटू नाले की समस्या अब जल्द ही इतिहास बनने वाली है। नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर के नेतृत्व में करीब चार करोड़ रुपए की महत्वाकांक्षी लागत से नाले के कायाकल्प का कार्य विधिवत शुरू कर दिया गया है। इस परियोजना का लक्ष्य केवल जल निकासी को दुरुस्त करना ही नहीं, बल्कि शहर को एक नया और सुंदर स्वरूप देना भी है।
बता दें वर्तमान में सीटू नाले की दयनीय हालत के कारण हर बारिश के मौसम में इसका पानी ओवरफ्लो होकर आस-पास के घरों और मुख्य बाजारों में भर जाता था। इससे लोगों को करोड़ों का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता था और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो जाता था। नगर पालिका ने अब इस गंभीर और पुरानी समस्या का स्थायी समाधान करने का बीड़ा उठाया है।
डेढ़ किलोमीटर का होगा कायाकल्प
नगर पालिका के अमले ने मंगलवार से ही युद्धस्तर पर काम शुरू कर दिया है। यह जीर्णोद्धार कार्य इंग्लिशपुरा से दूल्हा बादशाह तक डेढ़ किलोमीटर के महत्वपूर्ण दायरे में किया जाएगा।
परियोजना में यह खास
रिटेनिंग वॉल का निर्माण: नाले के किनारों को मजबूत कर पानी को आबादी क्षेत्र में आने से रोका जाएगा।
फुटपाथ का निर्माण: नाले के किनारे पैदल चलने वालों के लिए सुंदर फुटपाथ बनाया जाएगा, जिससे उस क्षेत्र की सुंदरता और उपयोगिता दोनों बढ़ेगी।
स्टॉप डैम: नाले के बीच में छोटे स्टॉप डैम बनाए जाएंगे, जो जल संरक्षण और जलस्तर को नियंत्रित करने में सहायक होंगे।
साइड नाली: घरों से निकलने वाले गंदे पानी को सीधे नाले में मिलने से रोकने के लिए अलग से साइड नाली का निर्माण किया जाएगा।
इन कार्यों से नाले के गहरीकरण, समतलीकरण और सफाई का काम भी पूरा किया जाएगा, जिससे जलप्रवाह सुचारू बना रहेगा। नगर पालिका की इस पहल से नागरिकों को न सिर्फ बाढ़ के खतरे से राहत मिलेगी, बल्कि नाले के आसपास का क्षेत्र भी एक आकर्षक और स्वच्छ स्थान में बदल जाएगा।


