‘सीहोर’ को लेकर एकमत नहीं पुलिस…!

सीहोर। जिले में आजकल एक दिलचस्प विसंगति चर्चा का विषय बनी हुई है। यह विसंगति जिले के नाम ‘सीहोर’ लिखावट को लेकर है, जो खुद पुलिस विभाग के थानों और चौकियों के बोर्ड पर अलग-अलग ढंग से लिखी जा रही है। एक ओर जहां जिला मुख्यालय स्थित कोतवाली थाने के बाहर लगे बोर्ड पर ‘सीहोर’ में ‘स’ पर बड़ी ‘ई’ की मात्रा ‘सी’ लगी है, वहीं दूसरी ओर बुदनी थाने के बाहर लगे बोर्ड पर ‘स’ पर छोटी ‘इ’ की मात्रा ‘सि’ अंकित है, यानी वहां ‘सिहोर’ लिखा है।
पुलिस विभाग के अधिकारियों के बीच ही अपने जिले के नाम को लेकर एकरूपता का न होना चर्चा का कारण बनी हुई है। जिले में करीब 14 थाने और एक दर्जन से अधिक चौकियां होने के बावजूद, किसी भी जिम्मेदार अधिकारी में इस मूलभूत गलती को ठीक करने में किसी की विशेष रुचि नहीं है।
जिले का क्षेत्रफल बड़ा है
बता दें सीहोर जिला क्षेत्रफल के मामले में काफी बड़ा है। यहां नौ नगरीय निकाय हैं, जिनमें सीहोर और आष्टा नगर पालिकाएं तथा कोठरी, इछावर, जावर, शाहगंज, रेहटी, बुदनी और भैरुंदा जैसी नगर परिषद् शामिल हैं। पुलिस की व्यवस्था भी इसी विस्तार को संभालती है, जिसमें कोतवाली, मंडी, आष्टा, जावर, पार्वती, बुदनी, रेहटी, इछावर, भैरुंदा, शाहगंज, अहमदपुर, दोराहा, गोपालपुर और महिला थाना जैसे प्रमुख थाने शामिल हैं।
चार विधानसभा सीटों में बटा सीहोर
सबसे रोचक बात जिले का राजनीतिक विभाजन है। सीहोर जिले में कुल चार विधानसभा सीटें हैं आष्टा, बुदनी, सीहोर और इछावर। लेकिन संसदीय सीट के मामले में यह जिला तीन अलग-अलग संसदीय क्षेत्रों में बंटा हुआ है। जिले बुदनी और इछावर विधानसभा क्षेत्र विदिशा संसदीय सीट में आते हैं। सीहोर विधानसभा सीट भोपाल संसदीय सीट में आती है। आष्टा विधानसभा क्षेत्र देवास संसदीय सीट में समाहित है।