बारिश थमी, पर डेंगू-मलेरिया का कहर जारी, 6 नए मरीज मिले

सीहोर। जिले में डेंगू और मलेरिया का प्रकोप एक बार फिर चिंता का कारण बन गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी ताजा रिपोर्ट के अनुसार जिले में चार नए डेंगू और दो मलेरिया के मरीज सामने आए हैं। इन नए मामलों ने प्रशासन के साथ-साथ आमजनों की भी चिंता बढ़ा दी है।
नए डेंगू मरीजों में दो आष्टा से और दो बुदनी क्षेत्र से मिले हैं, जबकि मलेरिया के मरीजों में एक श्यामपुर और एक बुदनी क्षेत्र का है। नए केस सामने आने के बाद मलेरिया यूनिट की टीमें तत्काल सक्रिय हो गई हैं। प्रभावित इलाकों में घर-घर सर्वे चलाया जा रहा है, जिसमें लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी ली जा रही है। मच्छरों को नष्ट करने के लिए फॉगिंग और कीटनाशक दवाओं का छिडक़ाव किया जा रहा है, ताकि संक्रमण को फैलने से पहले ही रोका जा सके।
बढ़ते जा रहे आंकड़े
इन नए मामलों के साथ जिले में अब तक डेंगू के कुल 21, मलेरिया के 8 और चिकनगुनिया के 7 मरीज दर्ज किए जा चुके हैं। नए मामले आने के बाद विभाग सभी प्रभावित क्षेत्रों में नजर बनाए हुए हैं।
तापमान बना खतरा
बारिश का मौसम बीत चुका है फिर भी तापमान में कमी न आने के कारण डेंगू और मलेरिया का खतरा बना हुआ है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक दिन का तापमान 16 डिग्री सेल्सियस के करीब नहीं आता, तब तक मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप पूरी तरह समाप्त नहीं होता। वर्तमान में दिन का तापमान 25 डिग्री से ऊपर और रात का 20-23 डिग्री के बीच है, जो मच्छरों के लिए अनुकूल है। जिला मलेरिया अधिकारी क्षमा बर्वे ने बताया कि डेंगू के चार और मलेरिया के दो नए मरीज मिले हैं। उनकी टीमें लगातार सर्वे कर रही हैं और कोई बीमार व्यक्ति मिलने पर उसे तत्काल अस्पताल भेजा जा रहा है। साथ ही लोगों को बीमारी से बचाव के उपाय बताए जा रहे हैं।
नागरिकों के लिए एडवाइजरी
विभाग ने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। तेज बुखार, कंपकंपी, उल्टी, सिरदर्द जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सालय पहुंचे। बचाव के उपायों में रात में मच्छरदानी का उपयोग, आसपास की सफाई और पानी जमा न होने देना खासकर ड्रम, टंकी या खाली प्लॉट में।