सीहोर। आगामी निर्वाचन कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले बुदनी विधानसभा क्षेत्र के 160 ब्लॉक लेवल ऑफिसर अब मतदान के साथ-साथ समाज को साइबर अपराधों से बचाने का संदेश भी पहुंचाएंगे। पुलिस प्रशासन ने इन बीएलओ को एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से ‘साइबर प्रहरी’ की भूमिका के लिए प्रशिक्षित किया है।
पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनीता रावत के मार्गदर्शन में बुदनी पुलिस ने गुरुवार को शासकीय एकलव्य आदिवासी शिक्षण संस्थान के ऑडिटोरियम में साइबर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें बुदनी विधानसभा क्षेत्र के लगभग 160 ब्लॉक लेवल ऑफिसर (बीएलओ) ने भाग लिया।
सतर्कता जरुरी
कार्यक्रम का संचालन थाना प्रभारी बुदनी डीएसपी चैन सिंह रघुवंशी और उप निरीक्षक संदीप जाट ने किया। अधिकारियों ने बीएलओ को विशेष रूप से वर्तमान में तेजी से बढ़ रहे साइबर अपराधों, सोशल मीडिया फ्रॉड, वित्तीय धोखाधड़ी और मोबाइल सुरक्षा से संबंधित जानकारियां दीं। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि साइबर अपराधों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बुदनी के प्रत्येक नागरिक का सतर्क रहना अत्यंत आवश्यक है।
साइबर सुरक्षा के लिए दिए यह 7 सुझाव
- अज्ञात लिंक या ओटपी किसी के साथ साझा न करें।
- सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी, बैंक डिटेल या पासवर्ड साझा करने से बचें।
- ऑनलाइन शॉपिंग केवल सुरक्षित और विश्वसनीय वेबसाइटों पर ही करें।
- संदिग्ध कॉल, ईमेल या संदेश मिलने पर तुरंत पुलिस या साइबर हेल्पलाइन 1930 पर सूचित करें।
- मोबाइल एवं सोशल मीडिया अकाउंट्स में मजबूत पासवर्ड और टू.फैक्टर ऑथेंटिकेशन का उपयोग करें।
- सार्वजनिक वाई फाई नेटवर्क पर बैंकिंग या किसी भी तरह के ट्रांजेक्शन से बचें।
- बुजुर्गों, महिलाओं एवं युवाओं को ऑनलाइन ठगी से बचाव के प्रति विशेष रूप से जागरूक करें।
समाज को प्रेरित करने का आह्वान
कार्यक्रम के अंत में पुलिस अधिकारियों ने निर्वाचन कार्य में लगे सभी बीएलओ से अपील की कि वे साइबर सुरक्षा के इस संदेश को केवल चुनाव संबंधी कार्य तक सीमित न रखें। उन्होंने बीएलओ से आग्रह किया कि वे न सिर्फ स्वयं सतर्क रहें, बल्कि अपने प्रभाव क्षेत्र में समाज के हर वर्ग तक साइबर सुरक्षा की यह जन जागरूकता फैलाएं और लोगों को साइबर अपराधों से बचाव के लिए प्रेरित करें।


