सीहोर। सूचना के अधिकार (आरटीआई) को हथियार बनाकर सरकारी कर्मचारियों से कथित तौर पर अड़ीबाजी करने वाले एक संगठित गिरोह के खिलाफ सीहोर के शिक्षकों ने मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा और आरटीआई एक्टिविस्ट होने का दावा करने वाले 6 व्यक्तियों के इस गिरोह पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
शिक्षकों ने आरोप लगाया कि यह गिरोह सरकारी विभागों खासकर शिक्षा विभाग से बार-बार आरटीआई लगाकर कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका, नियुक्ति पत्र और वेतन विवरण जैसे संवेदनशील दस्तावेजों की जानकारी जुटाता है। इसके बाद ये लोग छोटी सी त्रुटि या कमी को आधार बनाकर संबंधित कर्मचारियों पर दबाव बनाते हैं और मोटी रकम की फिरौती वसूलते हैं।
यह है 6 आरटीआई एक्टिविस्ट
ज्ञापन में इस गिरोह के छह प्रमुख सदस्यों के नाम भी बताए गए हैं जिनमें पंजाब सिंह गुर्जर (मुरार ग्वालियर), दिनेश यादव (बदरवा) शिवपुरी, राहुल सिंह सिकरवार, दिनेश धनगर (ब्यावरा) नवाज कुरैशी (भोपाल) और श्रीनाथ दांगी (राजगढ़) शामिल हैं। शिक्षकों का आरोप है कि ये सभी मिलकर पूरे प्रदेश में संगठित वसूली रैकेट चला रहे हैं।
गिरफ्तार शिक्षक की रिहाई की मांग
शिक्षकों ने हाल ही में गिरफ्तार किए गए शिक्षक हिम्मत सिंह मीणा की गिरफ्तारी को भी अनुचित बताया है। उनका कहना है कि हिम्मत सिंह मीणा पहले से ही इस गिरोह की धमकियों और मानसिक प्रताडऩा के शिकार थे। शिक्षकों ने मांग की है कि हिम्मत सिंह को तुरंत रिहा किया जाए।
पंजाब सिंह पर एफआईआर हो
शिक्षकों ने एसपी से मांग की है कि पंजाब सिंह गुर्जर और उसके सहयोगियों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही गिरोह के सदस्यों की संपत्ति और आय की जांच कर आय से अधिक संपत्ति पर भी कार्रवाई की जाए। यह गिरोह कथित तौर पर यह दावा भी करता है कि उनके लोग देश भर के सरकारी दफ्तरों में मौजूद हैं, जो उन्हें वसूली के लिए कमियां निकाल कर सूचना देते हैं।


